Urinary Incontinence in women

मूत्रासंगति (Urinary Incontinence) क्या है?

मूत्रासंगति या यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस (Urinary Incontinence) एक ऐसी चिकित्सीय स्थिति है जिसमें व्यक्ति अनिच्छा से मूत्र निकलता है। इसे सिंपल भाषा में उस समय को समझा जा सकता है, जब किसी को मूत्र का निकल जाना नियंत्रित नहीं हो पाता है, चाहे वह समय बहुत ही अनौपचारिक हो।

यदि हम इस स्थिति को और अधिक गहराई से समझें, तो मूत्रासंगति वह समय होता है जब यूरिनरी ब्लैडर के मांसपेशियाँ सही से कार्य नहीं करती हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि यूरिनरी ब्लैडर हमारे मूत्र को संग्रहित करता है और जब हम चाहते हैं, तो हम इसे बाहर निकालते हैं। लेकिन, मूत्रासंगति की स्थिति में, ब्लैडर और मूत्रमार्ग में संचार की समस्या होती है, जिससे मूत्र का अनिच्छा से निकल जाना होता है।

यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस के प्रकार (Types of Urinary Incontinence)

मूत्र संग्रहण की समस्या, जिसे ‘यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस’ कहा जाता है, विभिन्न प्रकारों में होती है। इसके प्रमुख प्रकारों का विवरण निम्नलिखित है:

  1. तनाव मूत्रासंगति (Stress Incontinence)

    जब किसी व्यक्ति का मूत्र उस समय निकल जाता है, जब वह छींकता, हंसता, उछलता, या कोई भारी वजन उठाता है, तो इसे ‘तनाव मूत्रासंगति’ कहते हैं। यह तब होता है जब मूत्रवाहिनी मांसपेशियाँ और तंतुओं कमजोर हो जाती हैं। महिलाएँ इस प्रकार के मूत्रासंगति का सामना अधिक करती हैं, विशेष रूप से गर्भावस्था और प्रसव के बाद।

  2. अवसाद मूत्रासंगति (Urge Incontinence)

    इसे ‘ओवरएक्टिव ब्लैडर’ के रूप में भी जाना जाता है। अवसाद मूत्रासंगति में व्यक्ति को अचानक और अधिक मूत्राशय की तनाव की अनुभूति होती है, जिससे वह समय से पहले मूत्र त्यागने का अनुभव करता है। यह अकसर महसूस किया जाता है जब यूरिनरी ब्लैडर अधिक सक्रिय हो जाता है।

  3. अधिप्रवाह मूत्रासंगति (Overflow Incontinence)

    जब यूरिनरी ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं होता और मूत्र की अधिकता ब्लैडर में ही रह जाती है, तब मूत्र का अधिक प्रवाह होता है। इस प्रकार में, यूरिनरी ब्लैडर की मांसपेशियाँ सही से संकुचित नहीं होती हैं, जिससे वह पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता।

  4. मिश्रित मूत्रासंगति (Mixed Incontinence)

    जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, ‘मिश्रित मूत्रासंगति’ उस समय होती है जब व्यक्ति को तनाव और अवसाद मूत्रासंगति दोनों की समस्या हो। यह विशेष रूप से महिलाओं में ज्यादा आम है।

उपर्युक्त प्रकारों के अलावा भी कुछ अन्य प्रकार होते हैं, जैसे कि ‘अनिर्दिष्ट मूत्रासंगति’ जिसमें कारण स्पष्ट नहीं होता। मूत्रासंगति का सही निदान और उपचार समय पर हो, इसलिए यदि आपको इस समस्या का सामना हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। आजकल कई प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं जो इस समस्य

इसके अलावा, इस स्थिति के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते हैं: तनाव मूत्रासंगति, अवसाद मूत्रासंगति, और मिश्रित मूत्रासंगति। यह सभी प्रकार व्यक्ति के यूरिनरी ब्लैडर और मूत्रमार्ग के कार्य कैसे प्रभावित होते हैं, उस पर आधारित हैं।

महिलाओं में, इस समस्या का सामना करना और भी आम हो सकता है, खासकर उन महिलाओं में जो गर्भावस्था, प्रसव और मेनोपॉज के विभिन्न चरणों से गुजर रही होती हैं।

मूत्रासंगति केवल शारीरिक समस्या ही नहीं है, बल्कि यह मानसिक और सामाजिक स्तर पर भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। अनेक लोग इस समस्या को चुपचाप सहते हैं और डॉक्टर की सलाह लेने में अनिच्छुक होते हैं क्योंकि उन्हें इसे एक शर्मनाक समस्या समझा जाता है।

हालांकि, समय रहते चिकित्सा परामर्श और सही जानकारी से, मूत्रासंगति को प्रभावी तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है और उसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।

Urinary Incontinence in Women causes

मूत्रासंगति के कारण और लक्षण

Causes and Symptoms of Urinary Incontinence

कारण (Causes):

  1. मांसपेशी की कमजोरी: जैसा कि गर्भावस्था, प्रसव, और महिलाओं में उम्र बढ़ने के कारण, पेल्विक मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है।

  2. हार्मोनल परिवर्तन: मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारण भी मूत्रासंगति हो सकती है।

  3. उर्वराक्तिक रोग: ये संक्रमण मूत्रासंगति को ट्रिगर कर सकता है।

  4. औषधियाँ: कुछ ब्लड प्रेशर, अंतजनन और अन्य औषधियाँ भी मूत्रासंगति का कारण बन सकती हैं।

  5. अधिवजनन: अत्यधिक वजन भी मूत्रासंगति के कारणों में से एक है।

लक्षण (Symptoms):

  1. अचानक मूत्राशय में तनाव: जिससे मूत्र त्यागने की आवश्यकता महसूस होती है।

  2. मूत्र की अनिच्छित रूप से रिसाव: जैसे छींकते, हंसते, या भारी वस्त्र उठाते समय।

  3. रात में अधिक बार मूत्र त्यागने की जरूरत: जिसे नोक्टुरिया कहते हैं।

  4. मूत्राशय में मूत्र रखने में असमर्थता: जिससे अधिकता मूत्राशय में ही रह जाती है।

  5. धाराकार या धीरे धीरे मूत्र का निकलना: बिना महसूस किए।

यदि किसी महिला को इन लक्षणों में से कोई भी महसूस हो, तो वह तुरंत डॉक्टर से परामर्श करनी चाहिए। यह जरूरी है क्योंकि समय रहते उचित उपचार से यह समस्या ठीक हो सकती है, और महिला का जीवन सामान्य तरीके से चल सकता है। अनदेखी छोड़ देने पर, यह समस्या और भी बढ़ सकती है।

Phlorena: महिलाओं के लिए मूत्रासंगति का सर्वोत्तम उपकरण

जब बात होती है मूत्र संक्रमण और महिला स्वास्थ्य की, Phlorena अन्य सभी उपकरणों में से उभरकर सामने आता है।

Phlorena का उपयोग क्यों करें?

  1. FDA मान्यता: Phlorena को FDA द्वारा मान्यता प्राप्त है, जो इसे सुरक्षित और प्रभावी मानता है। FDA मान्यता का मतलब है कि यह उपकरण विशेष जाँच और परीक्षण से गुजरा है जो उपयोगकर्ता की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।

  2. सभी प्रकार की मूत्रासंगति के लिए विशेष: चाहे आपको स्ट्रेस, अर्ज, या मिश्रित मूत्रासंगति की समस्या हो, Phlorena सभी के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, यदि आप योनिका टाइटनिंग की तलाश में हैं, तो भी यह उपयुक्त है।

The Best Urinary Incontinence Device for Women – Phlorena

  1. Skin-Friendly Material: Phlorena सिर्फ सबसे अच्छे हायपोअलर्जेनिक सामग्री का चयन करती है, ताकि उपयोगकर्ताओं को किसी भी प्रकार की जलन या एलर्जी की प्रतिक्रिया न हो।

  2. Seamless Design: इसकी ergonomic design वादा करती है एक इतनी अद्वितीय फिट का कि आप भूल जाएंगे कि आप इसे पहन रहे हैं।

  3. Simple Upkeep: Phlorena practicality में विश्वास करती है, एक ऐसी डिवाइस प्रदान करती है जो सिर्फ दीर्घकालिक नहीं है बल्कि देखभाल करना भी आसान है।

  4. Earth-Friendly: आज की स्थायिता की जरूरत को अपनाते हुए, Phlorena का सबसे अच्छा महिला मूत्रासंग्रहण उपकरण पुनः प्रयोग किया जा सकता है, waste को नकारते हुए।

  5. Phlorena एक USA आधारित कंपनी है और FDA cleared उत्पाद बेचती है।

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